ट्रेन से गिर रहे यात्री को बचाता रेलवे पुलिस का जवान (फाइल फोटो)।
– फोटो : संवाद

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रेलवे सुरक्षा बल और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने साल 2022-23 में 23 लोगों की जान बचाई है। इसमें 12 पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं। इनमें से कई यात्री ट्रेन में चढ़ने के दौरान फिसले तो कई उतरने की जल्दबाजी में। कोई प्लेटफार्म से ही फिसल गया। ऐसे ट्रेन और प्लेटफार्म से ट्रैक पर गिर रहे थे। ऐसे लोगों को मिशन जीवन रक्षा के अंतर्गत आरपीएफ कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया है। रेल प्रशासन यात्रियों से अनुरोध करती है कि चलती ट्रेनों में चढ़ने या उतारने का प्रयास ना करें, यह जानलेवा हो सकता है। 

ऐसे समझिए, कैसे बची जिंदगी

  • 16 अगस्त को रेलवे स्टेशन गोदिया में समता एक्सप्रेस के कोच नंबर B-3 मे एक महिला यात्री चढ़ी। इसके बाद ट्रेन चलने लगी। तब उसे पता चला कि वह गलत ट्रेन में बैठ गई है। हड़बड़ाहट में चलती ट्रेन से महिला यात्री ने छलांग लगा दी। इसके चलते वह गिर गई और गाडी व प्लेटफार्म के बीच फंस गई। तभी डयूटी पर तैनात आरपीएफ कांस्टेबल प्रमोद कुमार ने तत्काल ही उसे खींचकर बचाया। 
  • इसी तरह 26 अगस्त को गोदिया स्टेशन में ही पुरी अहमदाबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस के जनरल कोच से एक यात्री पानी की बोतल खरीदने के लिए उतरा। उसके बाद ट्रेन में चढ़ने लगा, तभी वो चल दी। इससे यात्री का पैर पायदान से फिसल गया और संतुलन बिगड़ने से चलती ट्रेन के साथ घिसटने लगा। उस समय ट्रेन चेक कर रहे गोंदिया आरपीएफ पोस्ट के हेड कांस्टेबल सुभाष ठोंबरे ने उनकी जान बचाई। 



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