हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा
– फोटो : सोशल मीडिया

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छत्तीसगढ़ में आध्यात्मिक गुरुओं की ‘हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा’ शनिवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर शुरू हुई।सामाजिक समरसता का संदेश फैलाना और भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने के लिए अपील करना इस यात्रा का उद्देश्य है। 

आयोजकों में से एक ने बताया कि अखिल भारतीय संत समिति की छत्तीसगढ़ इकाई के द्वारा आयोजित इस पदयात्रा का समापन आध्यात्मिक गुरुओं की विशाल सभा के साथ 19 मार्च को  रायपुर में होगा। यह पदयात्रा सात सौ किलोमीटर तक की होगी। 

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की छत्तीसगढ़ इकाई के कार्यकारी चंद्रशेखर वर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि इसका उद्देश्य सामाजिक सद्भाव फैलाना और हिंदू धर्म के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 

उन्होंने दावा किया, “यात्रा के दौरान संत लोगों से भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने में योगदान देने की अपील भी करेंगे। विभाजन के बाद भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए था। लेकिन, दुर्भाग्य से इसे एक धर्मनिरपेक्ष देश घोषित किया गया था।”

उन्होंने कहा, “पदयात्रा ‘लव जिहाद’ जैसे मुद्दों पर जागरूकता भी बढ़ाएगी।” लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल अक्सर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा यह आरोप लगाने के लिए किया जाता है कि मुस्लिम पुरुष प्रेम-विवाह के नाम पर हिंदू महिलाओं का धर्मांतरण करने की कोशिश कर रहे हैं। 

कार्यक्रम पर निशाना साधते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने धर्म की राजनीति का सहारा लिया है, क्योंकि उसके अन्य सभी हथियार राज्य में अप्रभावी हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं विहिप से कहना चाहता हूं कि अगर वह भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाना चाहती है तो इसकी मांग केंद्र से की जानी चाहिए, जहां भाजपा सत्ता में है। उन्हें छत्तीसगढ़ में नाटक करने के बजाय दिल्ली में धरना देना चाहिए। ”

उन्होंने कहा, जहां तक साधु-संतों का सवाल है, “हम उनका सम्मान करते हैं। हमने राम वन गमन पथ  विकसित किया है और अगर संतों ने वही मार्ग अपनाया होता तो हम उनके लिए सभी व्यवस्थाएं करते।” राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।



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