DGP कैंप में तैनात जवानों के बीच पहुंचे
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छत्तीसगढ़ डीजीपी अशोक जुनेजा सुकमा के जगरगुंडा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मुठभेड़ में नक्सली भी मारे गए हैं। DGP कैंप में तैनात जवानों के बीच पहुंचे। उन्होंने जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके साहस और बहादुरी की प्रशंसा की और उनकी समस्याएं सुनी। डीजीपी ने कहा कि नक्सलवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों का अभियान निरंतर जारी रहेगा।
पिछले दिनों सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्यों की सुरक्षा देने के लिए जगरगुंडा कैंप से पुलिस जवानों की टुकड़ी मोटरसाइकिल से रवाना हुई थी। जहां पर पहले से घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस टुकड़ी पर फायरिंग कर दी, जिसमें 3 पुलिस जवान शहीद हो गए। डीजीपी ने कहा कि नक्सलवादियों के विरूद्ध सुरक्षाबलों का अभियान निरंतर जारी रहेगा।
एडीजी सीआपीएफ वितुल कुमार, एडीजी नक्सल अभियान विवेकानंद सिंहा, आईजीपी बस्तर रेंज सुन्दरराज पी., आईजीपी सीआरपीएफ साकेत सिंह, डीआईजी राजेंद्र नारायण दास पुलिस मुख्यालय, डीआईजी सीआरपीएफ सुनीत कुमार राय, डीआईजी दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, एसपी सुकमा सुनील कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी जगरगुंडा पहुंचकर मुठभेड़ में शामिल अधिकारी और जवानों से मिलकर पूरी घटनाक्रम की जानकारी ली।
सभी जवानों को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान मुंहतोड़ जवाब देने और मुठभेड़ के दौरान कुछ नक्सलियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना की जानकारी पर पुलिस पार्टी की बहादुरी के लिए पूरी टीम की प्रशंसा की। डीजीपी अशोक जुनेजा ने पुलिस नक्सल मुठभेड़ में बहादुरी से लड़ते हुए शहीद होने वाले सउनि. रामूराम नाग, आरक्षक कुंजाम जोगा और आरक्षक वंजाम भीमा के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए वीर जवानों की शहादत को नमन किया।
उन्होंने उनके परिजनों को शीघ्र ही अनुकंपा नियुक्ति और अन्य सुविधाएं देने का आश्वासन दिया। पुलिस टीम की जवाबी कार्रवाई और फायरिंग में नक्सलियों के भी मारे जाने की सूचना है। डीजीपी जुनेजा ने घटना स्थल का भी जायजा लिया है, और स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विवेकानंद और बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, पी सुंदर राज, सीआरपीएफ के एडीजी और आईजी भी उपस्थित रहे।