त्रिकुंडा थाने में ग्रामीणों ने शुक्रवार को घेराव करते हुए हंगामा कर दिया।
– फोटो : संवाद

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अंबिकापुर में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के त्रिकुंडा थाने में तीन माह पूर्व दर्ज धारा 307 के प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज सैकड़ों की संख्या में लोगों ने शुक्रवार दोपहर थाने का घेराव कर दिया। नाराज ग्रामीणों को पुलिस ने थाना परिसर में रोकने के लिए गेट बंद कर दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों एवं ग्रामीणों के बीच नोकझोंक भी हुई। ग्रामीणों की भीड़ को काबू करने पुलिस को वाटर कैनन का प्रयोग करना पड़ा। एसडीओपी के मौके पर पहुंच ग्रामीणों को शांत कराया।

मिली जानकारी के अनुसार त्रिकुंडा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत नावाडीह में सितंबर माह 2022 में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट एवं हमले के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। पुलिस ने एक पक्ष पर कार्रवाई कर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया। वहीं, दूसरे पक्ष पर पुलिस ने मेहरबानी दिखाई और उनकी गिरफ्तारी नहीं की। इससे नाराज होकर शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण त्रिकुंडा थाने पहुंच गए और थाने का घेराव कर दिया। 

पुलिस ने ग्रामीणों को रोकने मुख्य द्वार को बंद कर दिया। ग्रामीणों ने थाने के अंदर घुसने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों के साथ झूमाझटकी हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए। ग्रामीणों द्वारा उग्र होकर थाने में घुसने की कोशिश के दौरान उन्हें रोकने पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। 

एसडीओपी की समझाइश पर शांत हुए ग्रामीण

त्रिकुंडा थाने का घेराव एवं ग्रामीणों के उग्र होने की सूचना पर रामानुजगंज एसडीओपी एनके सिंह सूर्यवंशी मौके पर पहुंचे। उन्होंने  ग्रामीणों को समझाइश देते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी। इस आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए। ग्रामीणों ने एसडीओपी के कहने पर लिखित ज्ञापन भी उन्हें सौंपा। इस दौरान करीब दो घंटे तक त्रिकुंडा में अफरा-तफरी मची रही।



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