परिजनों के साथ यादव समाज ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन।
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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में करीब एक माह पहले जोरापारा निवासी गोवर्धन यादव उर्फ तेजउ यादव की मौत का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। मौत की जांच कराने की मांग को लेकर परिजन अभी तक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि तेजउ की हत्या कर उसका शव फेंका गया है। वहीं पुलिस ने इस मामले में जांच पूरी कर ली है। उसका कहना है कि तेजउ की मौत हादसा थी। दूसरी ओर यादव समाज ने दोषियों पर 14 अप्रैल तक कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
दरअसल, तखतपुर निवासी तेजऊ यादव बिलासपुर शहर में रहकर बरसैय्या ट्रेडर्स के यहां ड्राइवरी का काम करता था। वह 6 फरवरी को ट्रेडर्स के मालिक की पार्टी में गया था। उसी रात करीब 10 बजे अमेरी चौक के पास संदिग्ध हालत में तेजउ का शव खून से लथपथ मिला था। बताया गया था कि उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। इसके बाद तेजउ की पत्नी मीनाक्षी ने उसकी हत्या की आशंका जताई। इस बीच एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ। जिसमें वह कार से उतरकर भागते हुए नाली में गिर जाता है।
परिजनों की मांग पर एसपी संतोष सिंह ने जांच टीम बनाई थी। उसकी रिपोर्ट के आधार पर कार सवार लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओ के तहत मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने आरोपियों को क्लीन चिट दे दी। बताया कि जांच के दौरान तेजउ से कार के अंदर भी मारपीट के साक्ष्य नहीं मिले। वहीं परिजनों का कहना है कि तेजउ गाड़ी से उतरकर क्यों दौड़ा? दूसरी ओर आरोपियों का कहना है कि घटना वाली रात तेजउ नशे में धुत था। गाड़ी नहीं चला पा रहा था। उसे रुकने को कहा तो गाड़ी छोड़कर भागा और नाली में गिर पड़ा।